रद्राष्टकम् भजन हिन्दी मे लिरिक्स के साथ
श्री रद्राष्टकम् नमामीशमीशान निर्वाणरूपं विभुं व्यापकं ब्रह्म वेदस्वरूपं। निजं निर्गुणं निर्विकल्पं निरीहं चिदाकाशमाकाशवासं भजेऽहं।। निराकारमोङकारमूलं तुरीयं गिरा ग्यान गोतीतमीशं गिरीशं। करालं महाकाल कालं कृपालं गुणागार संसारपारं नतोऽहं।। तुषाराद्रि संकाश गौरं गम्भीरं मनोभूत कोटि प्रभा श्री शरीरं।...
August 4, 2019