मूवी या एलबम का नाम : फालतू (2011)
संगीतकार का नाम – सचिन-जिगर
हिन्दी लिरिक के लिरिसिस्ट – समीर
गाने के गायक का नाम – नीरज श्रीधर
उलझे से सवालों में, सुलझे से ख्यालों में
मेरे क़दमों को उड़ा ले चली हवा
स्प्रेड माई विंग्स आई सेल अवे
लेट देम से, व्हाट दे गॉट टू से
है नासमझ ये जहां, समझेगा क्या
लो गिर पड़े, कहीं चोट भी लगी है
यहाँ-वहाँ जाने कहाँ कमबख्त लगी है
फिर भी उठ गए, अभी भी दिल में खलबली है
टेक मी टू द वर्ल्ड आई नो
कॉज़ दैट्स वेयर आई विल गो
मैं बह चला हूँ, बह चला हूँ
बनती है कभी तो मिट जाती है पल में
किस्मत है थोड़ी सिरफिरी
कच्चे रास्ते हैं ख्वाबों के आसमां के
चलना संभल के करना नहीं तू बेफ़िक्री
लो गिर पड़े…