मूवी या एलबम का नाम : पानीपत (2019)
संगीतकार का नाम – अजय-अतुल
हिन्दी लिरिक के लिरिसिस्ट – जावेद अख्तर
गाने के गायक का नाम – अजय-अतुल, सुदेश भोसले, कुणाल गांजावाला, स्वपनिल बांदोडकर, पदमनाभ गायकवाड, प्रियंका बर्वे
हे बोले धरती जयकारा
गगन है सारा गूँजा रे
जग में लहराया न्यारा
ध्वज है हमारा ऊँचा रे
हम वो योद्धा वो निडर
हम जो भी दिशा में जाएँ
सारे पथ चरण छुएँ
और पर्वत सीस नवाएँ
रास्ते से हट जाएँ
नदियाँ हो के हवाएँ
हम हैं जियाले जीतने को हम रण में उतरते हैं
हम सूरज हैं अंत हमी रातों का करते हैं
युग-युग की ज़ंजीरों को हमने ही काटा रे
बोल उठा ये जग सारा जय मर्द मराठा रे
जो रक्त है तन में बहता
वो हमसे है ये कहता
सम्मान के बदले जान भी दें
तो नहीं है घाटा रे
युग-युग की ज़ंजीरों को…
वीरता हमने बोई, और ये फल पाया
दूर तक अब है फैली, अपनी ही छाया
हो, जीवन जो रणभूमि में, करता है तांडव
आज उसी ने है विजय का, नगाड़ा बजाया
अपनी है जो गाथा, अब है समय सुनाता
सब को है ये बताता, कैसे सुख हमने बाँटा रे
युग-युग की ज़ंजीरों को…
सच के सिपाही अलबेले राही
क्या जानते हो तुम
जब तुम नहीं थे, हम कब यहीं थे
हम भी थे जैसे गुम
तुम ध्यान में थे, तुम प्राण में थे
जैसे जनम-जनम
जब तीर तुम पे बरसे तो
जैसे घायल हुए थे हम
हो, देखो तो मुझसे कह के
मैं जान दे दूँ तुम पे
क्या तुम नहीं ये जानते
दुविधा के आगे जब नारी जागे
हिम्मत से काम ले
चूड़ी उतार कंगन उतार
तलवार थाम ले
मैंने ली आज शपथ है
वीरों का पथ है मेरा रे
लक्ष्य अपना जो बना लूँ
वहीं पे डालूँ डेरा रे
हम वो योद्धा वो निडर…