मूवी या एलबम का नाम : पंगा (2020)
संगीतकार का नाम – शंकर-एहसान-लॉय
हिन्दी लिरिक के लिरिसिस्ट – जावेद अख्तर
गाने के गायक का नाम – सनी, शंकर महादेवन
दो रंगो में रंगी है
दो रूपों में ढली
ऐसी है ज़िंदगी सब की
मायूसी भी है थोड़ी
अरमान भी कहीं
ऐसी है ज़िंदगी सब की
गहरे अंधेरों में भी
पल-पल चमकते हैं जुगनू से जो
अरमान हैं वो तेरे
जुगनू जुगनू जुगनू जैसे हैं
जुगनू जैसे हैं अरमाँ
जुगनू जुगनू जुगनू जैसे हैं
जुगनू जैसे हैं अरमाँ
नींदों के देस में है, सपनों का इक नगर
जहाँ है डगर-डगर जुगनू
सौ आँधियाँ हैं चलती, साँसो में रात भर
बुझते नहीं मगर जुगनू
गहरे अंधेरों में भी…
लम्हा बलम्हा, लमहा बलम्हा
कुछ ख्वाब तो होते हैं
रफ्ता बरफ्ता, रफ्ता बरफ्ता
बेताब तो होते हैं
तू माने चाहे ना माने तू
दिल है अगर तो है आरज़ू
आँखों के प्याले खाली नहीं
कोई तमन्ना होगी कहीं
गहरे अंधेरों में भी…