मूवी या एलबम का नाम : आज और कल (1963) संगीतकार का नाम – रवि हिन्दी लिरिक के लिरिसिस्ट – साहिर लुधियानवी गाने के गायक का नाम – मोहम्मद रफ़ी ये वादियाँ, ये फ़िज़ाएँ बुला रही हैं तुम्हें खामोशियों की सदाएँ बुला रही हैं तुम्हें ये वादियाँ, ये फ़िज़ाएँ… तुम्हारी ज़ुल्फों से ख़ुश्बू की भीख लेने को झुकी-झुकी सी घटाएँ बुला रही हैं तुम्हें खामोशियों की सदाएँ… हसीन चम्पई पैरों को जब से देखा है नदी की मस्त अदाएँ बुला रही हैं तुम्हें खामोशियों की सदाएँ… मेरा कहा न सुनो, दिल की बात तो सुन लो हर एक दिल की दुआएँ बुला रही हैं तुम्हें खामोशियों की सदाएँ…
ये वादियाँ ये फिज़ाएँ हिंदी लिरिक्स – Ye Wadiyan Ye Fizayen Hindi Lyrics (Md.Rafi, Aaj Aur Kal)
March 31, 2020