मूवी या एलबम का नाम : द ट्रेन (2007)
संगीतकार का नाम – मिथुन शर्मा
हिन्दी लिरिक के लिरिसिस्ट – सईद क़ादरी
गाने के गायक का नाम – शान, क्षितिज तारे
ज़िन्दगी ट्रेन है, वक़्त के ट्रैक पे
लम्हों के कोच में, हम मुसाफ़िर यहाँ
ज़िन्दगी ट्रेन है, वक़्त के ट्रैक पे
ज़िन्दगी ट्रेन है, वक़्त के ट्रैक पे
लम्हों के कोच में, हम मुसाफ़िर यहाँ
लम्हों के कोच में, हम मुसाफ़िर यहाँ
चलते ही जा रहे हैं, यहाँ से वहाँ
हर घड़ी हर पहर, रोज़ शाम ओ सुबह
हर घड़ी हर पहर, रोज़ शाम ओ सुबह
इसमें दिन है कहीं, तो कहीं रैन है
ज़िन्दगी ट्रेन है, वक़्त के ट्रैक पे
प्लीज़ एनश्योर यू हैव अ कनफर्म्ड टिकेट
बिफोर यू बोर्ड द ट्रेन
द ट्रेन इज़ ऐब्सोल्यूटली ऑन टाइम
द ट्रेन विल अराईव ऑन प्लेटफ़ॉर्म नंबर २
सबकी मंज़िल है तय, सबका रस्ता है तय
सबका मिलना है तय, और बिछड़ना है तय
सबका रुकना है तय, और चलना है तय
तय है ग़म और ख़ुशी, तय हैं सब हादसे
कई स्टेशन हैं छोटे, कई मेन हैं
द ट्रेन अराईव्स ऐट ६:४५ एएम
प्लीज़ एनश्योर यू हैव अ कनफर्म्ड टिकेट
बिफोर यू बोर्ड द ट्रेन
ज़िन्दगी ट्रेन है…
ट्रेन अराईव्स ऑन १८थ ऑफ़ मे
ज़िन्दगी ट्रेन है…