Monday, March 20th, 2023

अब के बरसात की रुत हिंदी लिरिक्स – Ab Ke Barsaat Ki Rut Hindi Lyrics (Chitra Singh, Someone Somewhere)

मूवी या एलबम का नाम : समवन समवेयर (1990)

संगीतकार का नाम – जगजीत सिंह

हिन्दी लिरिक के लिरिसिस्ट – मुज़फ़्फ़र वारसी

गाने के गायक का नाम – चित्रा सिंह

अब के बरसात की रुत और भी भड़कीली है

जिस्म से आग निकलती है, क़बा गीली है

अब के बरसात की…

सोचता हूँ के अब अंजाम-ए-सफ़र क्या होगा

लोग भी काँच के हैं, राह भी पथरीली है

अब के बरसात की…

पहले रग-रग से मेरी ख़ून निचोड़ा उसने

अब ये कहता है के रंगत ही मेरी पीली है

अब के बरसात की…

मुझ को बे-रंग ही कर दे न कहीं रंग इतने

सब्ज़ मौसम है, हवा सुर्ख़, फ़िज़ा नीली है

अब के बरसात की…