मूवी या एलबम का नाम : मरासिम (2000) संगीतकार का नाम – जगजीत सिंह हिन्दी लिरिक के लिरिसिस्ट – गुलज़ार गाने के गायक का नाम – जगजीत सिंह आँखों में जल रहा है क्यूँ, बुझता नहीं धुआँ उठता तो है घटा-सा, बरसता नहीं धुआँ चूल्हे नहीं जलाये या बस्ती ही जल गई कुछ रोज़ हो गए हैं अब, उठता नहीं धुआँ आँखों में जल रहा है… आँखों के पोंछने से लगा आँच का पता यूँ चेहरा फेर लेने से छुपता नहीं धुआँ आँखो से आँसुओं के मरासिम पुराने हैं मेहमाँ ये घर में आए तो, चुभता नहीं धुआँ उठता तो है घटा-सा…
आँखों में जल रहा हिंदी लिरिक्स – Aankhon Mein Jal Raha Hindi Lyrics (Jagjit Singh, Marasim)
December 12, 2019