मूवी या एलबम का नाम : मिर्ज़ा ग़ालिब (टी वी सीरियल) (1988)
संगीतकार का नाम – जगजीत सिंह
हिन्दी लिरिक के लिरिसिस्ट – मिर्ज़ा ग़ालिब
गाने के गायक का नाम – जगजीत सिंह
क़ासिद के आते आते
ख़त एक और लिख रखूँ
मैं जानता हूँ जो वो लिखेंगे जवाब में
कब से हूँ, क्या बताऊँ, जहान-ए-ख़राब में
शब-हा-ए-हिज्र को भी रखूँ गर हिसाब में
मुझ तक कब उनकी बज़्म में, आता था दौर-ए-जाम
साक़ी ने कुछ मिला ना दिया हो शराब में
ता फिर ना इंतज़ार में नींद आये उम्र भर
आने का अहद कर गये, आए जो ख़्वाब में
“ग़ालिब” छुटी शराब, पर अब भी कभी-कभी
पीता हूँ रोज़-ए-अब्र-ओ-शब-ए-माहताब में
कब से हूँ…