मूवी या एलबम का नाम : प्यासा (1957)
संगीतकार का नाम – एस.डी.बर्मन
हिन्दी लिरिक के लिरिसिस्ट – साहिर लुधियानवी
गाने के गायक का नाम – मोहम्मद रफ़ी
तंग आ चुके हैं कश्मकश-ए-ज़िंदगी से हम
ठुकरा न दें जहां को कहीं बेदिली से हम
हम ग़मज़दा हैं, लाये कहाँ से ख़ुशी के गीत
कहाँ से ख़ुशी के गीत
देंगे वो ही जो पाएँगे इस ज़िन्दगी से हम
उभरेंगे एक बार अभी दिल के वलवले
अभी दिल के वलवले
माना के दब गए हैं ग़म-ए-ज़िन्दगी से हम
लो आज हमने तोड़ दिया रिश्ता-ए-उम्मीद
रिश्ता-ए-उम्मीद
लो अब कभी गिला न करेंगे किसी से हम