मूवी या एलबम का नाम : लाइट हाउस (1958)
संगीतकार का नाम – एन.दत्ता
हिन्दी लिरिक के लिरिसिस्ट – साहिर लुधियानवी
गाने के गायक का नाम – आशा भोंसले
तंग आ चुके हैं कश्मकश-ए-ज़िन्दगी से हम
ठुकरा ना दें जहां को कहीं बेदिली से हम
तंग आ चुके
लो आज हमने तोड़ दिया, रिश्ता-ए-उम्मीद
लो अब कभी गिला ना करेंगे किसी से हम
ठुकरा न दें जहां को कहीं बेदिली से हम
तंग आ चुके
गर ज़िन्दगी में मिल गये फिर इत्तेफाक़ से
पूछेंगे अपना हाल तेरी बेबसी से हम
ठुकरा न दें जहां को कहीं बेदिली से हम
तंग आ चुके
ओ आसमान वाले कभी तो निगाह कर
अब तक ये ज़ुल्म सहते रहे खामोशी से हम
ठुकरा न दें जहां को कहीं बेदिली से हम
तंग आ चुके…