मूवी या एलबम का नाम : मिर्ज़ा ग़ालिब (1954)
संगीतकार का नाम – ग़ुलाम मोहम्मद
हिन्दी लिरिक के लिरिसिस्ट – मिर्ज़ा ग़ालिब
गाने के गायक का नाम – तलत महमूद, सुरैया
दिल-ए-नादाँ तुझे हुआ क्या है
आख़िर इस दर्द की दवा क्या है
दिल-ए-नादाँ तुझे हुआ क्या है
हम हैं मुश्ताक़ और वो बेज़ार
या इलाही, ये माजरा क्या है
दिल-ए-नादाँ…
मैं भी मुँह में ज़बान रखता हूँ
काश पूछो के मुद्दआ क्या है
दिल-ए-नादाँ…
जब कि तुझ बिन नहीं कोई मौजूद
फिर ये हंगामा, ऐ खुदा क्या है
दिल-ए-नादाँ…
हमको उनसे वफ़ा की है उम्मीद
जो नहीं जानते वफ़ा क्या है
दिल-ए-नादाँ…
जान तुम पर निसार करता हूँ
मैं नहीं जानता, दुआ क्या है
दिल-ए-नादाँ…