मूवी या एलबम का नाम : फ़िलहाल (2002)
संगीतकार का नाम – अनु मलिक
हिन्दी लिरिक के लिरिसिस्ट – गुलज़ार
गाने के गायक का नाम – पलाश सेन, जसपिंदर नरूला
वारी जावाँ वारी जावाँ वारी जावाँ
सौ-सौ बारी, सौ-सौ बारी, वारी जावाँ
सोलह सिंगार करके गोदी भराई ले
सैयाँ सैयाँ सैयाँ सैयाँ
सैयाँ से खेले बहुत अब
छोटू को खिलाई ले
सोलह सिंगार कर के…
छोटू जो आवे घर में, नानी बहलावे
पायल पहन के नानी, नाच दिखावे
वारी जावाँ…
छोटू जो आवे घर में, मासी को बुलावे
नापी बदल के उनकी लोरी सुनावे
छोटू जो आवे घर में, आवे उनके मामा
दाँतों से नाड़ा पकड़े, हाथों से पजामा
हो तेरी हँसी भर-भर के, घर में छिड़कावे
सोलह सिंगार कर के…