मूवी या एलबम का नाम : बुड्ढा मिल गया (1971)
संगीतकार का नाम – आर.डी.बर्मन
हिन्दी लिरिक के लिरिसिस्ट – मजरूह सुल्तानपुरी
गाने के गायक का नाम – किशोर कुमार, आशा भोंसले
भली-भली सी एक सूरत, भला-सा एक नाम
धड़कन है मेरे दिल की, सुबह हो या शाम
भली-भली सी एक सूरत…
कौन है वो दिलरुबा, अरे कहो ना हम से ज़रा
ओई लो, ला ला ला, तुम हो वो दिलरुबा
भली-भली सी एक सूरत…
हुई मेरे भी जिया की चोरी (अच्छा?)
अरे हाँ, उस चोर की शकल है गोरी (तो क्या हुआ?)
हो गया मिलना बहुत ज़रूरी (चल पगली!)
फिर सुनो तो आगे हमारी, दिल की मजबूरी
वो जो मेरे करीब आया (ओ हो)
मेरे तन पे पड़ा जो साया (फिर क्या हुआ?)
यूँ समझो न गले लगाया (छी छी छी)
तब से सोती हूँ, जागती हूँ, ले के उसका नाम
कौन है वो दिलरुबा, कहो न हमसे ज़रा
ओई लो, ला ला ला, तुम हो वो दिलरुबा
भली-भली सी एक सूरत…
हाय, मुश्क़िल है मेरा भी जीना (हम्म?)
सोचूँ तो आता है पसीना (बाप रे!)
कल मैंने देखी अजब हसीना (ऊँहूँ!)
प्यार मे उसके धड़के मेरा दिल
जलता है सीना (धक धक धक)
पास वो आई बड़ी अदा से (हा!)
बोली क्यूँ हो खफ़ा-खफ़ा से (हाय मर जाऊँ)
हम भी थे एक नज़र के प्यासे (क्यूँ नहीं?)
दिल पे उसने जो हाथ रखा, आ गया आराम
कौन है वो दिलरुबा, कहो न हमसे ज़रा
ओई लो,ला ला ला, तुम हो वो दिलरुबा
भली-भली सी एक सूरत…