मूवी या एलबम का नाम : माई नेम इज़ खान (2010)
संगीतकार का नाम – शंकर-एहसान-लॉय
हिन्दी लिरिक के लिरिसिस्ट – निरंजन अयंगर
गाने के गायक का नाम – शंकर महादेवन, सूरज जगन
सूरज का नया चेहरा
तोड़े डर का हर पेहरा
जाने क्यों हर नज़र में है
एक जुनून, जो यही कहे
इस आँधी में भी न छोड़ेंगे ईमाँ
ओ यारा
रंग दे, अमन से आसमां
रंग दे, अमन से आसमां
सूरज का नया चेहरा
बाँधे रिश्तों का सेहरा
ये डगर बस बन जाये
इक लहर जो यही कहे
इस आँधी में भी…
जिस घड़ी जज़बात की आँधी चले
राहें रहम हम पे रोशन रहें
रोशनी का साथ हम दे चलें
जाने क्यों हर नज़र…