मूवी या एलबम का नाम : एक जान हैं हम (1983)
संगीतकार का नाम – अनु मलिक
हिन्दी लिरिक के लिरिसिस्ट – शहरयार
गाने के गायक का नाम – शब्बीर कुमार
याद तेरी आएगी, मुझको बड़ा सताएगी
ज़िद ये झूठी तेरी, मेरी जान ले के जाएगी
याद तेरी आएगी…
तेरा साथ छूटा टूटा दिल तो ये जाना
कितना है मुश्क़िल दिल से यार को भुलाना
दिल का हमेशा से है दुश्मन ज़माना
ग़म ये है तूने मुझे ना पहचाना
याद तेरी आएगी…
बुझ गया सूरज जले चाँद तारे
नज़रें धुआँ हैं धुआँ सारे नज़ारे
मुझे दिल लगाने की क्या तूने सज़ा दी
बिना सोचे समझे दिल की दुनिया जला दी
याद तेरी आएगी…
हँस के सहूँगा सारे दुनिया के ये ग़म
मर भी गया तो होगा प्यार नहीं कम
छीन ले तुझे जो मुझसे किसमें है ये दम
तन से जुदा हैं तो क्या एक जान हैं हम
याद तेरी आएगी…