मूवी या एलबम का नाम : अनुराग (1972)
संगीतकार का नाम – एस.डी.बर्मन
हिन्दी लिरिक के लिरिसिस्ट – आनंद बक्षी
गाने के गायक का नाम – लता मंगेशकर
सुन री पवन, पवन पुरवैया
मैं हूँ अकेली-अलबेली
तू सहेली मेरी बन जा साथिया
सुन री पवन…
चल तू मेरा आँचल थाम के
अनजाने रस्ते इस गाम के
साथी हैं ये मेरे नाम के
नैन ये निगोड़े किस काम के
डोले मेरा मन ऐसे, जैसे नैया
मैं हूँ अकेली-अलबेली…
कोई तो हो ऐसा, पूछे बात जो
गिरूँ तो पकड़ लेवे हाथ जो
हँसे-रोए सदा मेरे साथ जो
सोए-जागे संग दिन-रात जो
ऐसे हो मिलन, जैसे धूप-छैया
मैं हूँ अकेली-अलबेली…
सुन री पवन…