मूवी या एलबम का नाम : मंज़िल मंज़िल (1984)
संगीतकार का नाम – आर.डी.बर्मन
हिन्दी लिरिक के लिरिसिस्ट – मजरूह सुल्तानपुरी
गाने के गायक का नाम – आशा भोंसले, शैलेंद्र सिंह
ओ मेरी जाँ, ओ मेरी जाँ
अब नहीं रहना तेरे बिना
ओ मेरी जाँ…
हारी मैं तुझसे मुँह फेर के
आँखें खुली पर ज़रा देर से
कोई मेरा तुझसा कहाँ
अब नहीं रहना…
तू है तो ठोकर खा लूँगी मैं
काँटों में जीवन बिता लूँगी मैं
ले चल मुझे चाहे जहाँ
अब नहीं रहना…
जिस दिन से देखा यारा तुझे
मंज़िल मंज़िल पुकारा तुझे
पा के तुझे जाना कहाँ
अब नहीं रहना…