मूवी या एलबम का नाम : चंदन (1958)
संगीतकार का नाम – मदन मोहन
हिन्दी लिरिक के लिरिसिस्ट – राजेन्द्र कृष्ण
गाने के गायक का नाम – गीता दत्त
आँख मिलाने के लिये, दिल है लगाने के लिये
ये जहां मेहरबां, मौज मनाने के लिये
आँख मिलाने के लिये…
चाँदनी जब तलक, है जवां झूम ले
डाली डाली घूम ले, मुँह कलियों का चूम ले
देख बहारों का समा, नहीं गँवाने के लिये
ये जहां मेहरबां…
ज़िन्दगी, क्या खबर, आज है कल न हो
प्यार की ये महफिल न हो, दिल में ये हलचल न हो
कोई मिले या न मिले, नाज़ उठाने के लिये
ये जहां मेहरबां…
दो घड़ी प्यार कर, मुस्कुरा गाये जा
काँटों को ठुकराये जा, फूलों को अपनाए जा
एक बहाना ढूँढ़ ले, रंग जमाने के लिये
ये जहां मेहरबां…