मूवी या एलबम का नाम : पुकार (2000) संगीतकार का नाम – ए.आर.रहमान हिन्दी लिरिक के लिरिसिस्ट – मजरूह सुल्तानपुरी गाने के गायक का नाम – हेमा सरदेसाई, उदित नारायण हमराही जब हो मस्ताना मौज में हो दिल दीवाना फिर चलने वाले रुकते हैं कहाँ ये ख़ुमार, ये नशा, जवाँ बेख़ुदी अब ना कोई नगर, ना कोई गली दिन वहाँ रात यहाँ हमराही जब हो मस्ताना… डगमग चलना शहरों में बाज़ारों में महके-महके फिरना गुलज़ारों में हम दिलवाले चंचल ऐसे तौबा हलचल सी पड़ जाये दिलदारों में इस मस्ती में सब चलता है अब कोई क्या सोच रहा है हम मतवाले क्या जाने हमराही जब हो मस्ताना… चढ़ती जवानी तेरी-मेरी मिल जाने में काहे की है देरी जोश में आ के चल निकले हैं हम यारा होने दे धड़कन की हेरा-फेरी प्यार की रस्में फिर सोचेंगे ठीक है क्या और गलती क्या है हम मतवाले क्या जाने हमराही जब हो मस्ताना…
हमराही जब हो मस्ताना हिंदी लिरिक्स – Humraahi Jab Ho Mastana Hindi Lyrics (Hema Sardesai, Udit Narayan, Pukar)
June 23, 2018