मूवी या एलबम का नाम : जन्नत 2 (2012) संगीतकार का नाम – प्रीतम चक्रबर्ती हिन्दी लिरिक के लिरिसिस्ट – सईद क़ादरी गाने के गायक का नाम – के.के. तुझे सोचता हूँ मैं शामों सुबह इससे ज़्यादा तुझे और चाहूँ तो क्या तेरे ही ख्यालों में डूबा रहा इससे ज़्यादा तुझे और चाहूँ तो क्या बस सारे ग़म में जाना, संग हूँ तेरे हर एक मौसम मैं जाना, संग हूँ तेरे अब इतने इम्तेहाँ भी ना ले मेरे मेरी धड़कनों में ही तेरी सदा इस कदर तू मेरे रूह में बस गया तेरी यादों से कब रहा मैं जुदा वक़्त से पूछ ले वक़्त मेरा गवाह बस सारे ग़म में जाना, संग हूँ तेरे हर एक मौसम में जाना, संग हूँ तेरे अब इतने इम्तेहाँ भी ना ले मेरे तू मेरा ठिकाना मेरा आशियाना ढले शाम जब भी मेरे पास आना है बाँहों में रहना कहीं अब ना जाना हूँ महफूज़ इनमे बुरा है ज़माना बस सारे ग़म में जाना, संग हूँ तेरे हर एक मौसम में जाना, संग हूँ तेरे अब इतने इम्तेहाँ भी ना ले मेरे
तुझे सोचता हूँ हिंदी लिरिक्स – Tujhe Sochta Hoon Hindi Lyrics (KK, Jannat 2)
March 19, 2018