तन पे रंग सखी हिंदी लिरिक्स – Tan Pe Rang Sakhi Hindi Lyrics (Geeta Dutt, Sailaab)

मूवी या एलबम का नाम : सैलाब (1956) संगीतकार का नाम – मुकुल रॉय हिन्दी लिरिक के लिरिसिस्ट – मजरूह सुल्तानपुरी गाने के गायक का नाम – गीता दत्त तन पे रंग सखी, मन पे रंग सखी हाय हाय बहार, खिला मन में प्यार हो फूल हैं खिले, डाल-डाल पर कली-कली चटक रही है मन की ताल पर ओ मोर नाचे, बन में चकोर नाचे नैना में कजरा डारे, घटा घनघोर नाचे नाचो-नाचो प्रभु के द्वार रे तन पे रंग सखी… ओ बसंत का गुलाल, तन पे डाल के पवन भी आज नाचती है रंग उछाल के ओ मोर नाचे… तन पे रंग सखी… हो लचक पड़ी किरण अंग-अंग पर गगन को भी नचा दो आज चंद्र-चंद्र पर ओ मोर नाचे… तन पे रंग सखी…

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