मूवी या एलबम का नाम : धूप (2003) संगीतकार का नाम – ललित सेन हिन्दी लिरिक के लिरिसिस्ट – निदा फ़ाज़ली गाने के गायक का नाम – जगजीत सिंह हर एक घर में दीया भी जले, अनाज भी हो अगर ना हो कहीं ऐसा तो एहतजाज भी हो हर एक घर में.. हुकूमतों को बदलना तो कुछ मुहाल नहीं हुकूमतें जो बदलता है वो समाज भी हो अगर ना हो कहीं ऐसा तो एहतजाज भी हो हर एक घर में… रहेगी कब तलक वादों में कैद खुशहाली हर एक बार ही कल क्यों, कभी तो आज भी हो अगर ना हो कहीं ऐसा तो एहतजाज भी हो हर एक घर में… ना करते शोर शराबा तो और क्या करते तुम्हारे शहर में कुछ और काम-काज भी हो अगर ना हो कहीं ऐसा तो एहतजाज भी हो हर एक घर में…
हर एक घर में दीया हिंदी लिरिक्स – Har Ek Ghar Mein Diya Hindi Lyrics (Jagjit Singh, Dhoop)
February 2, 2018