मूवी या एलबम का नाम : नौ दो ग्यारह (1957) संगीतकार का नाम – एस.डी.बर्मन हिन्दी लिरिक के लिरिसिस्ट – मजरूह सुल्तानपुरी गाने के गायक का नाम – गीता दत्त, आशा भोंसले क्या हो फिर जो दिन रंगीला हो रेत चमके, समुन्दर नीला हो और आकाश गीला-गीला हो क्या हो फिर जो दिन… आह! फिर तो बड़ा मज़ा होगा अम्बर झुका-झुका होगा सागर रुका-रुका होगा तूफां छुपा-छुपा होगा क्या हो फिर जो चंचल घाटी हो होठों पे मचलती बातें हो सावन हो, भरी बरसातें हो आह! फिर तो बड़ा मज़ा होगा कोई-कोई फिसल रहा होगा कोई-कोई संभल रहा होगा कोई-कोई मचल रहा होगा क्या हो फिर जो दुनिया सोती हो और तारों भरी खामोशी हो हर आहट पे धड़कन होती हो आह! फिर तो बड़ा मज़ा होगा दिल-दिल मिला-मिला होगा तन-मन खिला-खिला होगा दुश्मन जला-जला होगा
क्या हो फिर जो दिन हिंदी लिरिक्स – Kya Ho Phir Jo Din Hindi Lyrics (Geeta Dutt, Asha Bhosle, Nau Do Gyarah)
May 25, 2016