मूवी या एलबम का नाम : लव इन टोक्यो (1966)
संगीतकार का नाम – शंकर जयिकशन
हिन्दी लिरिक के लिरिसिस्ट – हसरत जयपुरी
गाने के गायक का नाम – मो.रफ़ी
ये ज़िन्दगी की महफ़िल, महफ़िल में हम अकेले
दामन को कोई चूमे, ज़ुल्फ़ों से कोई खेले
आ जा रे आ ज़रा, लहरा के आ ज़रा
आँखों से दिल में समा
आ जा रे आ ज़रा…
देख फ़िज़ा में रंग भरा है
मेरे जिगर का ज़ख़्म हरा है
सीने से मेरे सर को लगा दे
हाथों में तेरे दिल की दवा है
आ जा रे आ ज़रा…
अपना सुलगना किसको दिखाऊँ
साँस के तूफ़ाँ कैसे छुपाऊँ
आँखें क्या क्या देख रही हैं
दिल पे जो गुज़री कैसे बताऊँ
आ जा रे आ ज़रा…
तेरे भी दिल में आग लगी है
मेरे भी दिल में आग लगी है
दोनों तरफ़ है एक सी हालत
दोनों दिलों पर बिजली गिरी है
आ जा रे आ ज़रा…