मूवी या एलबम का नाम : ऐन इवनिंग इन पैरिस (1967)
संगीतकार का नाम – शंकर जयकिशन
हिन्दी लिरिक के लिरिसिस्ट – हसरत जयपुरी
गाने के गायक का नाम – मो.रफ़ी
दीवाने का नाम तो पूछो
प्यार से देखो, काम तो पूछो
चाहे फिर न मिलना
दीवाने का नाम…
गुस्सा छोड़ो, बात तो मानो
इस बन्दे को अपना जानो
दूर से धोखा हो सकता था
पास हूँ अब तो अब पहचानो
दीवाने का नाम तो पूछो…
हट गया आखिर भरम का साया
अब समझा मैं, अब याद आया
ख़्वाब में तुमको, अक़्सर देखा
आज मुजस्सिम सामने आया
दीवान का नाम तो पूछो…
ये पैरिस की शाम सुहानी
प्यार की नगरी, रूप की रानी
बन के रहेगा कोई अफ़साना
छिड़ के रहेगी कोई कहानी
दीवाने का नाम तो पूछो…