मूवी या एलबम का नाम : उजाला (1959)
संगीतकार का नाम – शंकर-जयकिशन
हिन्दी लिरिक के लिरिसिस्ट – हसरत जयपुरी
गाने के गायक का नाम – लता मंगेशकर
हो मोरा नादान बालमा ना जाने दिल की बात
न जाने दिल की बात, हो ना माने दिल की बात
झुकती राही जैसे चम्पा की डाली
फिर भी न समझा बगिया का माली
होगी बर्बादी ये सोची थी जान
तौबा तौबा बुरी है ये मर्दों की चाल
हो मोरा नादान बालमा…
हमने बांधा प्रीत का धागा
लेकिन दिल का भाग न जागा
उल्फत का अब तक मिला न जवाब
हमने समझा था आएगा लेकर बारात
ओ मोरा नादान बालमा…