मूवी या एलबम का नाम : आह (1953)
संगीतकार का नाम –
शंकर-जयकिशन
हिन्दी लिरिक के लिरिसिस्ट – हसरत जयपुरी
गाने के गायक का नाम – लता मंगेशकर, मुकेश
आजा रे, अब मेरा दिल पुकारा
रो रो के ग़म भी हारा
बदनाम न हो प्यार मेरा
आजा रे…
मौत मेरी तरफ़ आने लगी
जान तेरी तरफ़ जाने लगी
बोल शाम-ए-जुदाई क्या करे
आस मिलने की तड़पाने लगी
आजा रे…
हो ओ घबराये हाय ये दिल
सपनों में आके कभी मिल
आजा रे…
आपने बीमार-ए-ग़म को देख ले
हो सके तो तू हमको देख ले
तूने देखा ना होगा ये समां
कैसे जाता है दम को देख ले
आजा रे…