मूवी या एलबम का नाम : देवदास (1955)
संगीतकार का नाम – एस.डी.बर्मन
हिन्दी लिरिक के लिरिसिस्ट – साहिर लुधियानवी
गाने के गायक का नाम – गीता दत्त, मन्ना डे
आन मिलो आन मिलो श्याम सांवरे, आन मिलो
बृज में अकेली राधे खोई-खोई फिरे
बृंदावन की गलियों में तुम बिन जियरा ना लागे
निसदिन तुम्हारी बाट देखे व्याकुल नैना भागे
अब ही ऐसी दशा है मन की क्या हुई फिर आगे रे
बृज में अकेली राधे…
आज न काहे जमुना तीरे मुरली मधुर बजाई
आज न काहे सखियन के संग हिल-मिल रास रचाई
हमरा आँगन छोड़ के तोहे कौन नगरिया भाई रे
बृज में अकेली राधे…
अजहुँ जो न भेजे मोहन तैने कोई खबरिया
हो जई है इक बृज की बाला रो-रो कर बावरिया
धीर बंधा जा, धीर बंधा जा
मुख दिखला जा नट नागर सांवरिया रे
बृज में अकेली राधे…