मूवी या एलबम का नाम : ये जवानी है दीवानी (2013)
संगीतकार का नाम – प्रीतम चक्रबर्ती
हिन्दी लिरिक के लिरिसिस्ट – अमिताभ भट्टाचार्य
गाने के गायक का नाम – श्रीराम चंद्रा, शिल्पा राव
इक दिन कभी जो खुद को तराशे
मेरी नज़र से तू ज़रा, हाय रे
आँखों से तेरी क्या-क्या छुपा है
तुझको दिखाऊँ मैं ज़रा, हाय रे
इक अनकही सी दास्ताँ
कहने लगेगा आईना, सुभानल्लाह…
जो हो रहा है, पहली दफ़ा है, वल्लाह
ऐसा हुआ
सुभानल्लाह…
मेरी खामोशी से बातें चुन लेना
उनकी डोरी से तारीफें बुन लेना
कल नहीं थी जो आज लगती हूँ
तारीफ मेरी है खामखां
तोहफा है तेरा मेरी अदा
एक दिन कभी जो खुद को पुकारे
मेरी जुबां से तू ज़रा, हाये रे
तुझमें छुपी सी जो शायरी है
तुझको सुनाऊं मैं ज़रा, हाय रे
ये दो दिलों का वास्ता वास्ता
खुल के बताया जाये ना
सुभानल्लाह…
जो हो रहा है, पहली दफा है, वल्लाह
ऐसा हुआ, सुभानल्लाह…