सतज्ञानसुधारसबरसाने, गुरूदेवधरापरआयेहैं।अपनायेजीवनधन्यहुआ, गुरुदेवकेदर्शनपाएहैं॥विषयोंकाविषसबदूरकिया, भक्तिसेहमेंभरपूरकिया।मेरेमनकानशासबचूरकिया, हमेंनिजमस्तीमेंलायेहैं॥सतज्ञानसुधारसबरसाने……….
वाणीपावनहितकारीहै, लगतीहमकोअतिप्यारीहै।येसत्यसरलसुखकारीहै, करुणाधनबनकरआयेहैं॥सतज्ञानसुधारसबरसाने……….
रहतीहैलगनयेसदादिलमें, वोकबरीझेंगेनाथमेरे।होमगनसदाइसधुनमेंही, सारासंसारभुलायाहै॥सतज्ञानसुधारसबरसाने……….
हैधन्यजगतमेंवोइंसान, जिसनेसदगुरुकोपायाहै।सदगुरुकीप्रीतिकेपीछे, जगसारेकोबिसरायाहै॥सतज्ञानसुधारसबरसाने……….
सत्संगमेंसतकासारमिला, बापूकाप्यारअपारमिला।हमेंज्ञानकाएकभंडारमिला, नितज्ञानकेवचनसुनायेहैं।।सतज्ञानसुधारसबरसाने……….
श्रद्धाविश्वासअचलरखकर, गुरुचरणोंमेंप्रेमबढायाहै।गुरुवचनोंपरहोकेसदके, मैंनेमंजिलकोपायाहै॥सतज्ञानसुधारसबरसाने……….
सत्संगकीपावनगंगामें, बडभागीजोभीनहातेहैं।जीवनउनकाबनजाताहै, भवसागरवोतरजातेहैं॥सतज्ञानसुधारसबरसाने……….
हमेंआत्मतत्वसमझायाहै, स्वरुपकाबोधकरवायाहै।स्वभावविभावदिखायाहै, निजऊँचेभावबनायेहैं॥सतज्ञानसुधारसबरसाने……….
सतज्ञान सुधा रस बरसाने, गुरूदेव धरा पर आये हैं भजन हिन्दी मे लिरिक्स के साथ
December 30, 2011