मेरे मन में ज्‍योत जगा दो भजन हिन्दी मे लिरिक्स के साथ

मेरे मन में ज्‍योत जगा दो गुरूवर ज्‍योत जगा दो

मेरे संशय दोष भगा दो गुरूवर, दोष भगा दो

  जो भी तेरी शरण में आया

पलट गई जीवन की काया

तू दाता मेरा खुशियॉं बॉंटे

चुभते न फिर कष्‍टों के कॉंटे

मुझे सच की राह दिखा दो गुरूवर राह दिखा

  अर्चन वन्‍दन तुमको हमारे

तुम्‍ही सबकी ऑंखों के तारे

परहित सेवा का मार्ग दिखाते

हमको जग में जीना सिखाते

हमें आत्‍म शांति दिला दो गुरूवर, शांति – –

तू ही साहिल तू ही किनारा

तू ही ईश्‍वर नाथ हमारा

चाह न तुम बिन कोई दूजी

तुम हो जीवन भर की पूंजी

मुझे अपनी शरण लगा लो गुरूवर

  तेरे नाम से पाप कटे हैं

बाधाए मार्ग से हटे हैं

दे दो ऐसा आशीष हमको

श्रद्धा से बस ध्‍याऍं तुमको

मेरी प्रेमा भक्ति बढ़ा दो गुरूवर, भक्ति बढ़ा – –

तू ही न्‍यारा सबसे प्‍यारा

तुम बिन कुछ न हमें गवारा

जो भी तुमसे लगन लगा ले

उसकी नैया तू ही संभाले

जीवन का सार बता दो गुरूवर, सार बता दो

मुझको भी अपना बना लो गुरूवर अपना बना लो

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